आपकी आध्यात्मिक यात्रा पर उज्जैन में घूमने के लिए 15 सबसे खूबसूरत जगहें। / Top 15 Best Places To Visit In Ujjain in Hindi
मध्य प्रदेश में स्थित उज्जैन शहर एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक और लोकप्रिय तीर्थस्थल के लिए जाना जाता हैं। यह तीर्थस्थल, इंदौर से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित और हिन्दुओ के सबसे पवित्र 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक का घर है। भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक उज्जैन शहर परिवार के साथ घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह में से एक हैं।
शिप्रा नदी के पूर्वी तट पर स्थित उज्जैन भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता हैं। इस प्राचीन शहर का नाम महाभारत में मिलता है। हिन्दू का सबसे मुख्य कुंभ मेले का त्योहार यहां हर 12 साल में आयोजित किया जाता है।
इस पवित्र शहर में प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित हैं जो भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। धर्म, वास्तुकला, और शैक्षिक मूल्यों से परिपूर्ण उज्जैन शहर भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी टूरिस्ट के बीच भी एक प्रमुख आकर्षण है।
उज्जैन नगरी हिन्दुओ का एक धार्मिक नगरी है, इसलिए यहां देखने के लिए बहुत से मंदिर और तीर्थ स्थान हैं। महाकालेश्वर और काल भैरव मंदिर उज्जैन का सबसे ज्यादा प्रसिद्ध तीर्थ स्थान हैं।
तो चलिए आज के इस लेख में हम आपको धार्मिक नगरी उज्जैन शहर में घूमने वाली मशहूर जगहों के बारे में बताने की कोशिश करेंगे, आशा हैं आपको यह लेख बहुत पसंद आएगा।
महाकालेश्वर मंदिर - उज्जैन का प्रसिद्ध मंदिर / Mahakaleshwar Temple - Famous Temple of Ujjain in Hindi.
मध्य प्रदेश के प्राचीन शहर उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र तीर्थस्थानों में से एक हैं। रुद्र सागर झील के किनारे स्थित महाकालेश्वर मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और उज्जैन का सबसे प्रसिद्ध पूजा स्थल के साथ साथ उत्कृष्ट तीर्थ स्थानों के लिए जाना जाता है। मंदिर में स्थित महाकालेश्वर की मूर्ति का मुख दक्षिण की ओर हैं, जो अमूमन दूसरे मंदिरो में देखने को नहीं मिलता।
विशाल दीवारों से घिरा हुआ मंदिर के अंदर पांच स्तर हैं। इस प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर में हर साल कई धार्मिक त्यौहार और उत्सव मनाए जाते हैं। मंदिर में मनाये जाने वाला प्रमुख त्यौहार महाशिवरात्रि हैं, इस शुभ दिन मंदिर परिसर में एक विशाल मेला लगता है, जिसे देखने के लिए बहुत सारे शिव भक्त आते हैं।
सुबह 4 बजे मंदिर में होने वाली भस्म-आरती भी देखने लायक होती है। इस आरती में शामिल होने के लिए शिव भक्तों को कई तरह के नियमों का पालन करना होता है। उज्जैन का यह प्रसिद्ध शिव मंदिर भक्तो के लिए सुबह 4 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है।
चिंतामन गणेश मंदिर - उज्जैन का प्रसिद्ध हिंदू मंदिर / Chintaman Ganesh Temple - Famous Hindu Temple of Ujjain in Hindi
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महाकालेश्वर मंदिर के पास स्थित चिंतामन गणेश मंदिर उज्जैन का सबसे बड़ा गणेश मंदिर है। मंदिर में मुख्य देवता श्री गणेश और उनकी पत्नी रिद्धि और सिद्धि की मूर्ति स्थापित है। उज्जैन से करीब 6 किलोमीटर दूर चितांमण गणेश मंदिर में स्थापित गणेश जी की ऐसी अद्भूत और अलोकिक प्रतिमा देश के दूसरे गणपति टेम्पल में शायद ही कहीं होगी। चिंतामणी गणेश चिंताओं को दूर और इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए जाते हैं। यह मंदिर इतना लोकप्रिय और प्रसिद्ध हैं कि दूर-दूर से भक्त यहां खिंचे चले आते हैं।
इस प्रसिद्ध मंदिर की स्थापना के बारे में लोगो की अलग अलग राय और कहानियां हैं। बहुत से लोगो का ऐसा मानना हैं कि वनवास के समय भगवान श्री रामचन्द्र जी अपनी पत्नी सीता और छोटे भाई लक्मण के साथ यहां आकर पूजा अर्चना की थी। इसी स्थान पर माता सीता को बहुत जोरो की प्यास लगी जिसे लक्ष्मण जी ने अपने तीर धरती माता पर मारा जिससे धरती में से पानी निकला और एक बावडी बन गई और इसी जल से माता सीता ने अपनी प्यास बुझाई। मंदिर के सामने आज भी वह बावडी मोजूद है जिसे देखने के लिए बहुत सारे श्रद्धालु आते हैं।
काल भैरव मंदिर -- उज्जैन का पवित्र स्थान / Kaal Bhairav Temple - The Holy Place of Ujjain in Hindi
पवित्र शहर उज्जैन में स्थित काल भैरव मंदिर प्राचीन हिंदू संस्कृति के बेहतरीन उदाहरणों में से एक है। मान्यता के अनुसार काल भैरव भगवान शिव के उग्र रूप में से एक हैं। इस मंदिर की एक खास बात हैं कि जो भक्त दिल से काल भैरव से जो मांगता हैं उसकी मुराद पूरी होती हैं। मंदिर परिसर में एक शिवलिंग है। महाशिवरात्रि के दौरान हजारों शिव भक्त इस धार्मिक स्थल पर आते है और भगवान शिव की आराधना करते है। महाशिवरात्रि के शुभ दिन मंदिर के मैदान में एक विशाल मेला लगता है। काल भैरव मंदिर के मुख्य देवता को शराब की पेशकश की जाती है। यह हिन्दू मंदिर सैकड़ों शिव भक्तों के लिए पवित्र स्थान है।
कलियादेह पैलेस - उज्जैन में घूमने लायक प्रमुख जगह / Kaliadeh Palace - Top Places To Visit In Ujjain in Hindi
कलियादेह पैलेस उज्जैन के तीर्थ स्थानों में काफी धार्मिक महत्व रखता है। इस पैलेस का निर्माण 1458 ई में किया गया था। इतिहास के अनुसार माधवराव सिंधिया ने इस स्मारक की आंतरिक सुंदरता को देखा और इसे पुर्नस्थापित करने का फैसला किया। यह पैलेस आने वाले पर्यटकों के लिए सुबह 10 बजे से शाम 6:30 बजे तक खुला रहता है। उज्जैन के इस प्रमुख पैलेस के दोनों तरफ नदी का पानी भरा हुआ है।
राम मंदिर घाट - उज्जैन में घूमने जरुर जाये / Ram Mandir Ghat - Must visit in Ujjain in Hindi
शिप्रा नदी के तट पर सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध राम घाट है। यह घाट हिंदुओं के लिए बहुत धार्मिक महत्व रखता है, क्योंकि यहां हर 12 साल में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है और इस दौरान हजारों भक्त आते हैं। लोगों का मानना है कि कुंभ में डुबकी लगाने से आपके सारे पाप धुल जाते हैं। राम मंदिर घाट से सूर्यास्त देखना मनमोहक होता है।
वेद शाला / जंतर मंतर - उज्जैन के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल में से एक
Ved Shala / Jantar Mantar - One of the famous places of interest in Ujjain in Hindi - उज्जैन में घूमने के लिए सबसे अच्छे ऐतिहासिक स्थानों में से एक वेद शाला हैं। इसे जंतर मंतर के नाम से भी जाना जाता है। उज्जैन के वेद शाला में महत्वपूर्ण खगोलीय गणनाओं को मापने के लिए उपयोग किए जाने वाले 13 उपकरण रखे हैं।
17वीं शताब्दी में जंतर मंतर का निर्माण सवाई जय सिंह ने किया था। यदि आप जंतर मंतर पर जाओगे तो आप देखोगे जिनके द्वारा समय, क्रांतियों और खगोलीय पिंडों की स्थिति की गणना युगों में की गई थी। ये सब देखने के बाद निश्चित रूप से आपको हिंदू विद्वानों और ज्योतिषियों के बारे में सोचने को मजबूर कर देगा।
इस्कॉन मंदिर - उज्जैन में देखने लायक जगह / ISKCON Temple - Place to visit in Ujjain in Hindi
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उज्जैन भारत के प्रमुख हिंदू तीर्थस्थलों में से एक है। इस्कॉन मंदिर, उज्जैन में भगवान कृष्ण का एक लोकप्रिय मंदिर है। यह प्रसिद्ध मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन ज़िले में नानाखेड़ा बस स्टैंड के पास स्थित है। सफेद संगमरमर से बनाया गया यह मंदिर देखने में बहुत ही सुन्दर हैं। इस्कॉन उज्जैन मंदिर को राधा मदन मोहन मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं।
उज्जैन शहर का धार्मिक महत्व बहुत हैं, क्योंकि यह शहर गुरु संदीपनी आश्रम की मेजबानी करता हैं जँहा भगवान कृष्ण उनके मित्र सुदामा और उनके भाई बलराम ने शिक्षा प्राप्त किया था। मंदिर में गोपियों, बलराम और कृष्ण और निताई गौर (कृष्ण और बलराम के अवतार) के साथ भगवान कृष्ण और राधा की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर का प्रमुख सबसे बड़े उत्सवों में से एक जन्माष्टमी बड़े धूम धाम के साथ मनाया जाता हैं।
सांदीपनि आश्रम - उज्जैन का एक प्रमुख तीर्थ स्थल / Sandipani Ashram - a major pilgrimage site of Ujjain in Hindi
उज्जैन के मुख्य मंदिर से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित सांदीपनि आश्रम उज्जैन के प्रमुख मंदिरों में से एक है। यह उज्जैन शहर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। पौराणिक कथा के अनुसार इस आश्रम में गुरु सांदीपनि ने श्रीकृष्ण, उनके मित्र सुदामा और बड़े भाई बलराम को शिक्षा प्रदान की थी। इस आश्रम का उल्लेख महाकाव्य महाभारत में मिलता है। इस आश्रम के पास ही गोमती कुंड स्थित है, जो एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। इस प्रसिद्ध आश्रम को अब मंदिर में बदल दिया गया है।
चौबीस खंबा मंदिर - उज्जैन का धार्मिक स्थान / Chaubis Khamba Temple - Ujjain's Religious Place in Hindi
उज्जैन शहर का प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर चौबीस खंभों वाला है। इस प्रसिद्ध मंदिर में दो देवियों, महालय और महामाया की मूर्तियां स्थापित हैं। 10वीं शताब्दी में बना यह प्राचीन हिंदू मंदिर महाकालेश्वर मंदिर के पास स्थित है। किंवदंती के अनुसार, सम्राट विक्रमादित्य भी इस प्राचीन मंदिर में देवी-देवताओं की पूजा करते थे। हर नवरात्र की महा अष्टमी को 24 खंभा माता मंदिर में प्रसाद के रूप में महामाया और महालय देवी को शराब का भोग लगाया जाता है।
भर्तृहरि गुफा - उज्जैन का ऐतिहासिक पर्यटन स्थल / Bhartrihari Cave - Historical Tourist Place of Ujjain in Hindi
गडकालिका के मंदिर से सटी शिप्रा नदी के तट पर स्थित भृत्हरि गुफा उज्जैन के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। इन गुफाओं के अंदर जाने पर आपको एक अद्भुत तरह का अनुभव होगा। इस गुफा का नाम विक्रमादित्य के सौतेले भाई भर्तृहरि के नाम पर रखा गया है। लोगों के अनुसार भर्तृहरि जीवन के सभी सुख-सुविधाओं को त्याग कर शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए इस स्थान पर आए थे।
गदकालिका मंदिर - उज्जैन का दर्शनीय स्थल / Gadkalika Temple in Hindi
गढ़कालिका मंदिर, मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित एक प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट है। इस मंदिर का काफी धार्मिक महत्व है। इस मंदिर की स्थापना महाभारत काल में हुई थी।
इस प्राचीन मंदिर में माँ कालिका के दर्शन के लिए रोज हजारों भक्तों आते है। इस चमत्कारिक मंदिर का जीर्णोद्धार सम्राट हर्षवर्धन ने करवाया था। इस मंदिर का प्रमुख त्यौहार नवरात्रि हैं। नवरात्रि के समय यँहा एक बड़े मेले का आयोजन किया जाता हैं जिसे देखने के लिए दूर-दूर से टूरिस्ट यहां आते हैं।
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महाभारत कथा