सुभद्रा का जन्म - Subhadra ka Janm in Hindi
Arjun Subhadra Haran aur Vivah Story in hindi, महाभारत महाकाव्य के अनुसार सुभद्रा वासुदेव और रोहिणी की बेटी हैं। वह कृष्ण और बलराम की बहन थी, अर्जुन के साथ उनका विवाह हुआ था उनको एक बहुत ही प्रतापी बहादुर सदाचारी पुत्र था जिसका नाम अभिमन्यु था, (अभिमन्यु जन्म कहानी) अभिमन्यु की मृत्यु कौरवो द्वारा किया गया था। सुभद्रा को एक पोता भी था जिसका नाम परीक्षित था
सुभद्रा का अपहरण और विवाह - Subhadra ka Apaharan aur Vivaah in Hindi
महाभारत के अनुसार एक बार अर्जुन कृष्ण के साथ रायवाटा पर्वत पर आयोजित एक उत्सव में भाग लेने के लिए जाते हैं उस उत्सव में सुभद्रा भी अपनी सहेलियों के साथ आयी थी। जब अर्जुन सुभद्रा को देखते हैं तो उनकी सुंदरता पर मोहित हो जाते हैं और उनके दिल में प्यार जागृत हो जाता हैं और उससे शादी करने की इच्छा प्रकट करते है।
सुभद्रा भी कुंती पुत्र को चाहने लगती हैं, भगवान कृष्ण इस बात को जानते थे कि सुभद्रा भी अर्जुन के साथ शादी करने की इच्छुक हैं, और वो अपनी सहमति भी दे देते हैं लेकिन इस तथ्य को जानते हुए कि बलराम सुभद्रा का विवाह दुर्योधन से करना चाहते थे, जो उनका पसंदीदा शिष्य हैँ।
अर्जुन ने सुभद्रा के बारे में सलाह लेने के लिए रात में कृष्ण से मुलाकात करते हैं तब कृष्णा अर्जुन को सलाह देते हैं की तुम सुभद्रा का हरण कर के यंहा से चले जाओ इस प्रकार अर्जुन सुभद्रा का अपहरण करने के लिए सहमत हो जाते और अगले दिन वह वैसा ही करते हैं यह जानते हुए कि सुभद्रा के अपहरण की खबर मिलने के बाद, बलराम पांडव के खिलाफ युद्ध छेड़ देंगे, कृष्ण यह फैसला करते हैं कि अर्जुन जब सुभद्रा का अपहरण करे तो रथ का सारथी सुभद्रा ही बने।
अगले दिन बलराम को जब इस बात का पता चलता हैं तो वह बहुत ही क्रोधित होते हैं और अर्जुन का पीछा करने का निश्चय करते हैं। लेकिन कृष्णा उनको समझाने हैं की अर्जुन ने नहीं सुभद्रा ने अर्जुन का अपहरण किया हैं और तो और हमारी बहन सुभद्रा भी अर्जुन से बहुत ही प्रेम करती हैं जब यह बात बलराम को पता चलता हैं तो उनका गुस्सा शांत हो जाता हैं और अंत में, बलराम सुभद्रा और अर्जुन का विधि पूर्वक विवाह करवा देते है।
सुभद्रा और अर्जुन को एक बहुत ही प्रतापी बहादुर और सदाचारी पुत्र था जिसका नाम अभिमन्यु था, (अभिमन्यु जन्म कहानी) अभिमन्यु की मृत्यु कौरवो द्वारा किया गया था। सुभद्रा को एक पोता भी था जिसका नाम परीक्षित था
पूजा
सुभद्रा, पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में कृष्ण (जगन्नाथ) और बलराम (या बलभद्र) के साथ पूजे जाने वाले तीन देवी देवताओं में से एक हैं। इसके अलावा उन्हें ओडिशा, पश्चिम बंगाल और गुजरात में कुछ समुदायों द्वारा पूजा जाता है!